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21-Nov-2020-काला गेहूं-10-बडी बिमारीका काल ह

  काला गेहूं  काला गेहूं हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, काला गेहूं कई बड़ी बीमारियों में लाभ पहुंचाता है, जो कैंसर, आंतों के रोगों, एनीमिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापा, तनाव, कोलेस्ट्रॉल, कब्ज जैसी बीमारियों से बचाता है।9  अब जब शरद ऋतु शुरू हो गई है, विशेष रूप से सर्दियों में, यह मधुमेह के रक्तचाप और हृदय रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। काले गेहूं में सामान्य गेहूं की तुलना में अधिक एंटी-ग्लूकोज तत्व होते हैं, इसलिए यह चीनी रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है।  है 8 * काला गेहूं कई दवाओं को रोकता है  काले गेहूं के कपड़ों का सेवन हर मौसम में विशेषज्ञ मार्गदर्शन के साथ किया जा सकता है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो आपको सभी मौसमों में फिट रखते हैं।  तो, अगर आप अपने नियमित आहार में काले गेहूं की रोटी ले सकते हैं, तो आइए जानते हैं कि काला गेहूं क्या है और इसके क्या फायदे हैं।  * काला गेहूं, काला गेहूं क्या है  काला गेहूँ साधारण गेहूँ के समान होता है जिसमें यह मध्यम रूप से सपाट दिखता है, जो इस तथ्य की विशेषता है कि यह सामान्य गेहूँ की...

शब्द-कर्म-दुष्परिणाम

शब्द-कर्म-दुष्परिणाम 18 दिन के युद्ध ने,  द्रोपदी की उम्र को  80 वर्ष जैसा कर दिया था... शारीरिक रूप से भी  और मानसिक रूप से भी शहर में चारों तरफ़ विधवाओं का बाहुल्य था..  पुरुष इक्का-दुक्का ही दिखाई पड़ता था  अनाथ बच्चे घूमते दिखाई पड़ते थे और उन सबकी वह महारानी द्रौपदी हस्तिनापुर के महल में निश्चेष्ट बैठी हुई शून्य को निहार रही थी ।  तभी, *श्रीकृष्ण*  कक्ष में दाखिल होते हैं द्रौपदी  कृष्ण को देखते ही  दौड़कर उनसे लिपट जाती है ...  कृष्ण उसके सिर को सहलाते रहते हैं और रोने देते हैं  थोड़ी देर में,  उसे खुद से अलग करके समीप के पलंग पर बैठा देते हैं ।  *द्रोपदी* : यह क्या हो गया सखा ?? ऐसा तो मैंने नहीं सोचा था । *कृष्ण* : नियति बहुत क्रूर होती है पांचाली.. वह हमारे सोचने के अनुरूप नहीं चलती ! वह हमारे कर्मों को  परिणामों में बदल देती है.. तुम प्रतिशोध लेना चाहती थी और, तुम सफल हुई, द्रौपदी !  तुम्हारा प्रतिशोध पूरा हुआ... सिर्...

महारान प्रताप जयंती

  महारान प्रताप जयंती महारान प्रताप जयंती  9 मई, 1540  मैवाड़ के थाई 13वें राजा, महारान प्रताप ? अँगरेज़ी चलैन्दर थाई जन्म वर्षगांठ की शुरुआत 9 मई 1540 को चैलैब्रतैद है, लेकिन राजस्थान में थाई राजपूत समाजवाद की एक लार्गाई सैचशन चैलाइब्रतैस हिज हिंदी चैलेनदार को थाई चैलैब्रत्स।   महाराणा प्रताप  मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से संबंध लेख और हुकुमसी भाते लिखित पुस्तक से संसार अनुसार ब्लॉग लिखा गया है।  महाराणा प्रताप जयंती  मेवाद के 13वें महाराणा  राजरविवर्र्म  राजा रवि वर्मा द्वारा चित्रित महाराणा प्रतापी  राज्याभिषेक भारंग: फाल्गुन 9, 1493  ग्रेगरी कैलेंदर: फरावरी 28, 1572  पूर्वावर्ती महाराणा उदयसिंह  उत्तरवर्ती महाराणा अमर सिंह [1]  शिक्षक आचार्य राघवेंद्रो  जन्म भारंग: वैशाख 19, 1462  ग्रेगरी कैलेंदर: माई 9, 1540  कुम्भलगढ़ दुर्ग, मेवाड़ [2]  (वर्तमान में: कुंभलगढ़ दुर्ग, राजसमंद जिला, राजस्थान, भारत)  निदान भारंग: पौष 29, 1518  19 जनवरी 1597 (उम्र 56)  चावंद, मेवाडी  (वर्तमान मे...

THE FESTIVAL OF INDIA |अक्षयतृतीया ( અખાત્રીજ )

अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर आप सभी मित्रों को ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएँ  અક્ષયતૃતીયા  ( અખાત્રીજ )  નું મહત્વ શુ છે ?વૈશાખ સુદ ત્રીજ  અક્ષય તૃતીયા તરીકે ઓળખાય છે  .. ૧ અક્ષય તૃતીયા નાં  દિવસેશ્રી આપણા વહાલા શ્રી મહાપ્રભુ વલ્લભાચાર્યજીએ શ્રી ગિરિરાજજી ઉપર શ્રીજીબાવાનું મંદિર સિદ્ધ કરાવી તેમાં      શ્રીજીબાવાને પધરાવી સેવાક્રમ શરૂ કર્યો હતો. .. ૨ અક્ષયતૃતીયાનાં શુભ દિવસે ભગવાન શ્રી કૃષ્ણે એક મુઠ્ઠી તાન્દુલના બદલામાં સુદામાને અખૂટ વૈભવ બક્ષેલો.. ..૩   આજના દિવસે કરેલ કોઈ પણ કાર્ય અક્ષય રહે છે, તેથી આજે હોમ, તપ જપ દાન પિતૃ તર્પણ વિ  વિ કરવું જોઈએ ..૪  અક્ષયતૃતીયાનાં દિવસે શ્રી વેદ્વ્યસ્જીએ ગણેશજી ની સહાય થી મહાભારત લખવાનું  આરંભ કરેલ .. ૫  અક્ષયતૃતીયાનાં દિવસે માં ગંગાજી ભૂતલ ઉપર પધારેલ .. ૬  અક્ષયતૃતીયાનાં દિવસે સતયુગ અને તેત્રાયુગ નો આરંભ થયેલ.. .. ૭  અક્ષયતૃતીયાનાં દિવસે સૂર્ય દેવે “અક્ષય પાત્ર “ પાંડવોને વનવાસ દરમ્યાન આપેલ, જે  અખૂટ ભોજન થી ભરપુર રહેતું. .. ૮...